लखीमपुर खीरी: डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार आंदोलन किया। यह आंदोलन फार्मासिस्टों के हक और उनके रोजगार से जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए किया गया। संगठन ने सरकार से अपनी मांगों को प्राथमिकता से पूरा करने की अपील की है।
मुख्य मांगें और आंदोलन की वजह
फार्मासिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि फार्मासिस्टों को 4600 ग्रेड पे के आधार पर वेतनमान दिया जाना चाहिए। संगठन ने इस मुद्दे पर सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही 2005 के बाद नियुक्त हुए फार्मासिस्टों को नियमित वेतनमान और समय से प्रोमोशन मिलने की समस्या पर भी जोर दिया गया।
संगठन के सदस्यों ने बताया कि फार्मासिस्टों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्टों की कमी और नियमानुसार उनकी जिम्मेदारियों का विस्तार जरूरी है।
सरकार से अपेक्षाएं
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने इस आंदोलन के जरिए सरकार से मांग की है कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। संगठन ने यह भी कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो 31 जनवरी 2025 को लखनऊ में एक बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
आंदोलन के दौरान फार्मासिस्टों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन में वेतनमान, प्रोमोशन, और सरकारी स्तर पर फार्मासिस्टों के कामकाज में सुधार की मांग की गई। एसोसिएशन ने कहा कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाए, ताकि फार्मासिस्ट समुदाय को न्याय मिल सके।
अधिकारियों की भूमिका
इस आंदोलन में स्थानीय और राज्य स्तर के फार्मासिस्टों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उनकी मांगों का समर्थन किया।
आगे की रणनीति
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने बताया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। संगठन ने सरकार को चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
समाज पर प्रभाव
फार्मासिस्टों की इस पहल से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। सरकार से उम्मीद है कि वह उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए समय पर उचित कदम उठाएगी।