लखीमपुर खीरी के प्रसिद्ध गोला गोकर्णनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण में बड़ा बदलाव किया गया है। रेलवे स्टेशन से मंदिर तक जाने वाला 300 मीटर का रास्ता अब पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। यह जानकारी जेई दीपक कुमार ने दी। इस फैसले के बाद स्थानीय निवासियों को सीधे मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
कॉरिडोर निर्माण का पहला चरण पूरा
ध्वस्तीकरण का कार्य:
कॉरिडोर निर्माण का पहला चरण पूरा हो चुका है, जिसमें पुरानी संरचनाओं को ध्वस्त किया गया था। अब दूसरे चरण का काम चल रहा है। इसमें 4.5 मीटर ऊंची रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही मंदिर की सीढ़ियों और जमीन को समतल करने का कार्य भी जारी है।
कॉरिडोर का डिज़ाइन और योजना
चारों तरफ से कवर किया जाएगा:
योजना के अनुसार, पूरा कॉरिडोर चारों ओर से कवर किया जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सके।
विकास कार्यों में शामिल प्रमुख सुविधाएं
- पार्किंग सुविधा: मुख्य प्रवेश द्वार के दक्षिण में पार्किंग विकसित की जाएगी।
- नई दुकानें: जिन दुकानों को पहले हटाया गया था, उनके मालिकों को नई दुकानें दी जाएंगी।
- मार्ग का चौड़ीकरण: अम्बेडकर तिराहे से आने वाले मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।
- सुरक्षा दीवार: मकानों की तरफ सुरक्षा दीवार का निर्माण होगा।
- फूल-माला विक्रेताओं के लिए चबूतरे: तीर्थ सरोवर के पास विशेष चबूतरे बनाए जाएंगे।
श्रद्धालुओं के लिए लाभ
यह सभी बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किए जा रहे हैं। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मंदिर परिसर और अधिक सुंदर और सुव्यवस्थित दिखेगा।