लगातार हादसों से दहशत में लोग
लखीमपुर खीरी में ओवरलोड गन्ना ट्रकों के कारण सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार शाम को पीलीभीत-बस्ती हाईवे पर नकहा के पास एक बड़ा हादसा हुआ, जहां एक ओवरलोड ट्रक बाइक सवारों पर पलट गया। इस हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
चौंकाने वाला है पिछले महीने का आंकड़ा
पिछले एक महीने में ऐसे हादसों में चार लोगों की जान जा चुकी है। धौरहरा कोतवाली क्षेत्र में घर के बाहर खेल रहे तीन मासूम बच्चों की मौत ओवरलोड ट्रक पलटने से हो गई, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हुआ। गणतंत्र दिवस पर भी एक युवक की जान ऐसे ही हादसे में चली गई और दो अन्य घायल हुए।
हादसों के पीछे लापरवाही मुख्य कारण
इन हादसों की मुख्य वजह ट्रकों में क्षमता से अधिक लदान है, जिससे वाहन का संतुलन बिगड़ जाता है। इसके अलावा, चालकों की लापरवाही और नशे में वाहन चलाना भी बड़ी समस्या है।
प्रशासन की कार्रवाई नाकाफी
प्रशासन ने हाल ही में 20 ट्रकों का चालान किया है और तीन बिना बीमा और फिटनेस वाले ट्रकों को सीज किया है। लेकिन यह कार्रवाई इन हादसों को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं मानी जा रही है।
लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
इन हादसों के कारण स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। उनका कहना है कि ये ओवरलोड ट्रक सड़कों पर मौत का सामान बनकर दौड़ रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहा है।
ग्रामीणों की मांग और विरोध प्रदर्शन
ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। वे गन्ना सेंटर को बंद कराने और गांव से गन्ना भरे ट्रकों के गुजरने पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब तक सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक सड़क हादसों पर अंकुश लगाना मुश्किल है।