गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर: ‘छोटी काशी’ के नाम से प्रसिद्ध गोला गोकर्णनाथ में शिव तीर्थ कॉरिडोर के निर्माण के लिए प्रशासन ने बुधवार को एक बड़ा अभियान चलाया। सुबह 4 बजे से ही प्रशासन के बुलडोजर ने नगर पालिका परिषद की सात दुकानों और एक सरकारी शौचालय को ध्वस्त कर दिया।
गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर के जुडी प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
बुधवार की अलसुबह से ही प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ अलीगंज रोड और अंबेडकर रोड पर बैरिकेडिंग कर दी, जिससे वाहनों का आवागमन बंद हो गया। 12 थानों की पुलिस और दो प्लाटून पीएसी की मौजूदगी में चार बुलडोजर ने एक साथ कार्रवाई की, जिससे देखते ही देखते दुकानों को मलबे में तब्दील कर दिया गया। सुबह होने तक मलबा भी साफ करा दिया गया, जिससे निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के दौरान विरोध करने वाले नदारद रहे। सभासद राजेश अवस्थी के घर रात को ही पुलिस पहुंच गई थी, जिसके बाद अन्य नेता पुलिस कार्रवाई के डर से गायब हो गए। इससे पहले, भाजपा नेत्री डॉ. प्रीति दुकानदारों के साथ दो बार धरना दे चुकी थीं, लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे विरोध कमजोर पड़ गया।
अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त रुख
गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर निर्माण में बाधक बने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ स्वार्थी तत्व राजनीतिक लाभ के लिए प्रशासन की कार्रवाई को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों की चिंताएं
नगर पालिका की दुकानों के ध्वस्त होने से प्रभावित व्यापारियों में चिंता व्याप्त है। वे अपने व्यवसाय के भविष्य को लेकर असमंजस में हैं और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित व्यापारियों के पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे, ताकि उनकी आजीविका प्रभावित न हो।
गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर का महत्व
गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर का निर्माण गोला गोकर्णनाथ में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित किया जा सकेगा। प्रशासन का मानना है कि इस परियोजना से रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और क्षेत्र का समग्र विकास संभव होगा।
आगे की योजना
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कॉरिडोर निर्माण में आने वाली सभी बाधाओं को शीघ्रता से दूर किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के बाद, निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने की योजना है, ताकि परियोजना समय पर पूर्ण हो सके। स्थानीय निवासियों से सहयोग की अपील की गई है, ताकि विकास कार्यों में किसी प्रकार की रुकावट न आए।