गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर प्रशासन का बुलडोजर अभियान, तीन धर्मशालाएं ध्वस्त

गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के गोलागोकर्णनाथ, जिसे ‘छोटी काशी’ के नाम से भी जाना जाता है, में ‘छोटी काशी कॉरिडोर‘ परियोजना के तहत ध्वस्तीकरण कार्य तेजी से जारी है। शनिवार रात से प्रशासन ने चार बुलडोजरों की सहायता से तीन धर्मशालाओं को जमींदोज किया, जिसमें महादेवा धर्मशाला, बरेली धर्मशाला और गोस्वामी धर्मशाला शामिल हैं।

गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर: ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया

शनिवार रात 8 बजे से प्रशासन ने महादेवा और बरेली धर्मशालाओं को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की, जो रविवार दोपहर तक जारी रही। बरेली धर्मशाला का आकार छोटा होने के कारण इसे रात में ही ध्वस्त कर दिया गया, जबकि महादेवा धर्मशाला को रविवार दोपहर तक जमींदोज किया गया। इसके बाद, गोस्वामी धर्मशाला पर भी बुलडोजर चलाया गया, जिसे रविवार को ध्वस्त कर दिया गया।

gola gokarannath corridor
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बिजली आपूर्ति में बाधा

ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति रात 8 बजे से बंद कर दी गई, जो रविवार सुबह 5 बजे बहाल की गई। इससे स्थानीय निवासियों को रातभर अंधेरे में रहना पड़ा।

प्रशासन की तत्परता

छोटी काशी कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण में अब तक तीन धर्मशालाएं और 20 दुकानों को ध्वस्त किया जा चुका है, जिसमें जिला पंचायत की 13 और नगर पालिका परिषद की 7 दुकानें शामिल हैं। एसडीएम विनोद गुप्ता ने स्पष्ट किया है कि गाटा संख्या 368 के संबंध में किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, और आर्किटेक्ट के नक्शे में जितना क्षेत्र निर्धारित है, उतना ही छोड़ा जाएगा।

स्थानीय प्रतिक्रिया

ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान सर्दी और रात की परवाह किए बिना बड़ी संख्या में लोग तीर्थ परिसर में एकत्रित होकर इस प्रक्रिया को देखते रहे। कुछ स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं। वहीं, प्रशासन ने आयुर्वेदिक अस्पताल को त्रिलोक गिरि मंदिर में स्थानांतरित कर दिया है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा न आए।

आगे की योजना

प्रशासन की योजना के अनुसार, अगले चरण में शिव मंदिर परिसर स्थित शौचालय और सत्संग भवन के ध्वस्तीकरण का मलबा हटाया जाएगा। इसके साथ ही, अन्य संरचनाओं को भी चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा, ताकि छोटी काशी कॉरिडोर परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके।

संगीता एक सीनियर कंटेंट राइटर हैं। उन्हें 5 साल का अनुभव है। वह टेक्नोलॉजी, ब्लॉगिंग, ऑनलाइन पैसा कमाने और लेटेस्ट न्यूज़ खबरों पर लेख लिखने पसंद हैं।

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