छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध गोला गोकर्णनाथ में शिव मंदिर कॉरिडोर निर्माण के लिए ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया जोरों पर है। रात 3 बजे से बुलडोजर गरजने लगे, और भवनों को मलबे में तब्दील किया जाने लगा। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
प्रक्रिया की शुरुआत
मंगलवार रात, नगरपालिका की दुकानों पर ध्वस्तीकरण शुरू हुआ। नगर के प्रमुख मार्गों और शिव मंदिर के आस-पास की दुकानों को निशाना बनाया गया। जिला पंचायत की 13 दुकानों और एक आवासीय भवन को अब तक ध्वस्त किया जा चुका है। एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता के अनुसार, यह कार्य प्रस्तावित नक्शे के अनुसार किया जा रहा है।
लोगों की चिंताएं और विरोध
दुकानों और मकानों के टूटने से स्थानीय निवासियों में गहरी चिंता है। मंगलवार को कुछ दुकानदारों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। वहीं, कई महिलाएं अपने उजड़े घरों के सामने उदास बैठी नजर आईं। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मेला मैदान कॉरिडोर में शामिल नहीं होगा, जिससे वहां के दुकानदारों को राहत मिली है।
कॉरिडोर निर्माण के चरण
शिव मंदिर कॉरिडोर को चार चरणों में पूरा किया जाएगा:
- पहला चरण: ध्वस्तीकरण और मार्ग निर्माण।
- दूसरा चरण: समतलीकरण।
- तीसरा चरण: कॉरिडोर का निर्माण।
- चौथा चरण: सौंदर्यीकरण।
कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के जेई अक्षय आनंद सिंह ने बताया कि ध्वस्तीकरण का काम जल्द पूरा कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
शिव मंदिर क्षेत्र का नजारा
भवनों के मलबे में तब्दील होने के बीच, शिव मंदिर क्षेत्र में नए कॉरिडोर की उम्मीदें भी जुड़ी हुई हैं। हालांकि, उजड़े आशियानों और दुकानों ने कई परिवारों की रोजी-रोटी पर असर डाला है।
शिव मंदिर कॉरिडोर के निर्माण के साथ, गोला गोकर्णनाथ में धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। लेकिन इसके साथ जुड़े भावनात्मक और सामाजिक पहलुओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।