लखीमपुर खीरी। बरेली स्थित आईवीआरआई (भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान) में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में तीन लाख रुपये ठगने के आरोप में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी?
गांव अनावा निवासी जीवेश ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके मामा, कटरा थाना क्षेत्र के खगरिया गांव निवासी मुकेश मिश्रा ने उनकी मुलाकात बरेली के नेकपुर की ज्योति वाली गली में रहने वाले देवेंद्र कुमार पाराशरी से कराई। देवेंद्र ने वादा किया कि वह जीवेश के भाई आशीष शर्मा को आईवीआरआई में नौकरी दिला देगा।
देवेंद्र ने इसके बदले में डेढ़ लाख रुपये नकद और डेढ़ लाख रुपये बैंक अकाउंट में जमा करवाए। यह रकम 12 अक्टूबर 2023 को ट्रांसफर की गई थी।
नौकरी नहीं मिली, संपर्क भी बंद
काफी समय बीतने के बाद जब नौकरी नहीं मिली, तो जीवेश ने देवेंद्र से संपर्क किया। शुरुआत में देवेंद्र ने बहाने बनाना शुरू कर दिया। बाद में उसने कॉल उठाना बंद कर दिया और अंततः अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। अब उससे किसी भी तरह से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पुलिस कर रही है जांच
थाना प्रभारी हरपाल सिंह बालियान ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच जारी है। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सावधान रहें:
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले लोग सक्रिय हैं। किसी भी प्रकार की आर्थिक लेन-देन करने से पहले पूरी जानकारी और जांच करें। भरोसेमंद स्रोत से ही संपर्क करें।