पंजाब और पीलीभीत पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में मारे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकियों के परिवारों की आर्थिक स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। परिजनों ने अपनी माली हालत कमजोर बताई, लेकिन आतंकियों के पास से बरामद कीमती सामान ने इस दावे को खारिज किया है।
पुलिस को मिला महंगा सामान
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आतंकियों के पास से 45 हजार रुपये नकद, एक रोलेक्स घड़ी, चांदी का कड़ा और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया। रोलेक्स घड़ी की कीमत हजारों से लाखों तक हो सकती है, जो उनकी कथित आर्थिक स्थिति से मेल नहीं खाती।
परिजनों के बयान सवालों के घेरे में
मंगलवार को शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। इस दौरान गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र से पहुंचे परिजनों ने बताया कि उनके बेटों ने घर से काम का बहाना बनाकर बाहर जाने की बात कही थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके बेटे कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते थे। लेकिन बरामद सामान और हथियार उनके बयानों को संदेहास्पद बना रहे हैं।
हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी
आतंकियों के पास से ग्लॉक पिस्टल और करीब 120 कारतूस बरामद हुए। यह सवाल उठता है कि इतनी बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद उनके पास कैसे आए।
जांच जारी
पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि आतंकियों के पास यह महंगा सामान कहां से आया। उनके नेटवर्क और वित्तीय स्रोतों की जांच तेज कर दी गई है।
निष्कर्ष
परिजनों की कमजोर आर्थिक स्थिति का दावा और आतंकियों के पास से मिले महंगे सामान के बीच का अंतर कई सवाल खड़े करता है। पुलिस और एजेंसियां इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही हैं।