लखीमपुर खीरी की छोटी काशी कहे जाने वाले गोला गोकर्णनाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार पर जलाभिषेक के लिए लाखों कांवड़िए पहुंचे। भक्तों की भारी भीड़ के बीच रात लगभग एक बजे अशोक चौराहे के पास अफरा-तफरी का माहौल बन गया।इस भगदड़ में चार महिलाएं घायल हो गईं, वहीं एक किशोरी गंभीर रूप से जख्मी हो गई।घायल किशोरी को तुरंत चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या हुआ घटनास्थल पर
मिली जानकारी के अनुसार शाम को सिंगार पूजा के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। उसके बाद पुलिस प्रशासन ने अनाउंस कराया था कि सभी कांवड़िया अपने-अपने विश्राम स्थल पर विश्राम करे,सुबह 3:00 बजे मंदिर के कपाट पुनः खुलेंगे l लेकिन कांवड़ियों ने समय से पहले ही लाइन लगानी शुरू कर दी।देखते ही देखते समय से पहले ही करीब 2 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई।
लाइन में आगे निकलने की जल्दबाजी में लोगों ने एक दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया। लोग एक दूसरे पर गिरने लगे l इसी धक्का मुक्की में कुछ महिला कांवड़िया गिर गईं। जिन्हें उठाकर किनारे बैठा दिया गया था। मौके पर ही फर्स्ट एड दिया गया। जबकि 17 साल की किशोरी सुरभि को गोला सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार किया।
समय रहते प्रशासन और पुलिस ने स्थिति को सम्भाल लिया
गोला गोकर्णनाथ मंदिर मार्ग पर स्थित मुख्य चौराहे पर कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई।भीड़ बढ़ने से धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई,इस भगदड़ जैसी स्थिति में चार महिलाएं घायल हो गईं, एक किशोरी गंभीर रूप से जख्मी हो गई, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची।फोर्स बढ़ाकर भीड़ को कंट्रोल किया गया और तत्काल बैरिकेडिंग व मार्ग डायवर्जन की व्यवस्था की गई।प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से स्थिति को बिगड़ने से रोक लिया गया।