लखीमपुर खीरी जिले के मितौली क्षेत्र के पकरिया जलालपुर गांव में पांच वर्षीय अंशु की हत्या के आठ महीने बीत चुके हैं। गला दबाकर हत्या की गई इस बच्ची के मामले में पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। परिवार अब भी न्याय की उम्मीद में है।
घटना का विवरण:
अंशु, अनूप कुमार की बेटी, तीन अप्रैल को घर के बाहर से गायब हो गई थी। अगले दिन उसका शव झाड़ियों में मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी।
जांच में विवाद:
घटना के बाद, पुलिस ने जांच शुरू की। पहले परिजनों ने किसी से रंजिश न होने की बात कही। बाद में गांव के ही आशाराम पर शक जताया। पुलिस पूछताछ के दौरान आशाराम की मौत हो गई, जिससे मामला और उलझ गया। इस पर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।
परिजनों की नाराजगी:
मृतका की मां रमना देवी का कहना है कि पुलिस जांच में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। पुलिस सिर्फ औपचारिक पूछताछ करके लौट जाती है।
पुलिस का पक्ष:
मितौली थाने के एसएचओ राजू राव ने कहा कि उनकी कार्यशैली धीमी है, लेकिन वे मामले का सही खुलासा करेंगे।
मामले में चुनौतियां:
- घटना स्थल के आसपास कोई गवाह या संदिग्ध नहीं मिला।
- बच्ची के साथ खेलने वाले बच्चों और आसपास के लोगों से कोई सुराग नहीं जुट पाया।
परिजनों की अपील:
परिजनों ने प्रशासन से जल्द न्याय की गुहार लगाई है। इस मामले को सुलझाने में हो रही देरी से ग्रामीणों में भी नाराजगी है।