Lakhimpur Kheri News: जांच में बड़ा खुलासा प्रशासनिक लापरवाही से फल-फूल रहा था अवैध बायो डीजल कारोबार,17 लोगों पर FIR दर्ज

शाहजहांपुर जिले में गोपनीय शिकायत मिलने के अनुसार डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने नौ टीमों को गठित करके बायो डीजल पंपों की जांच कराई थी। इसमें नौ बायो डीजल पंप अवैध रूप से चलते मिले थे। शाहजहांपुर में प्रशासन की नाक के नीचे अवैध बायो डीजल पंपों का संचालन हो रहा था।

जिसे हाल ही में प्रशासन ने उजागर किया है। इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई प्रशासन की सख्त निगरानी और जांच के बाद की गई है।

अवैध बायो डीजल पंपों का भंडाफोड़

शाहजहांपुर जिले में कई स्थानों पर अवैध रूप से बायो डीजल पंप संचालित हो रहे थे। इन पंपों के माध्यम से बिना किसी वैध अनुमति के बायो डीजल बेचा जा रहा था।

जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था।मिली गोपनीय शिकायत के आधार पर डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने नौ टीम गठित करके बायो डीजल पंपों की जांच कराई। इस दौरान पंप चलाने वाले लोगों के पास ना तो लाइसेंस,ही था और न ही एनओसी आदि कोई भी अभिलेख नहीं दिखा पाए थे।

प्रशासन की कार्रवाई

प्रशासन ने इन अवैध पंपों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 9 पंपों को सील किया और 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसमें पंप मालिकों और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है।

छापेमारी के दौरान प्रशासन ने बड़ी मात्रा में बायो डीजल जब्त किया, जिससे अवैध कारोबार की गंभीरता का पता चलता है।

कानूनी प्रावधान

अवैध बायो डीजल पंपों के संचालन और बिक्री के खिला भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) और खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (FSSAI) के नियमों का उल्लंघन भी पाया गया है।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसे अवैध पंपों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सभी पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री और वितरण के लिए आवश्यक लाइसेंस और अनुमति प्राप्त करना अनिवार्य है।

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संगीता एक सीनियर कंटेंट राइटर हैं। उन्हें 5 साल का अनुभव है। वह टेक्नोलॉजी, ब्लॉगिंग, ऑनलाइन पैसा कमाने और लेटेस्ट न्यूज़ खबरों पर लेख लिखने पसंद हैं।

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