Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर खीरी के कलुआपुर गांव के बाग में मिली सरकारी आपूर्ति की दवाएं,मचा हड़कंप

लखीमपुर खीरी जिले के कलुआपुर गांव के बाहर एक बाग में सरकारी आपूर्ति की दवाएं पड़ी मिली हैं, जो प्रशासनिक लापरवाही और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी का गंभीर उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। यह घटना सरकारी दवाओं के दुरुपयोग और वितरण में भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है।

सरकारी दवाओं का मिलना,और जलाने की कोशिश

कलुआपुर गांव के बाहर स्थित एक बाग में सरकारी दवाओं की खेप पड़ी मिली। इन दवाओं में आयरन, कैल्शियम और फ्लोरिक एसिड की गोलियां शामिल थीं, जिनकी एक्सपायरी डेट 2021 की थी। यह दवाएं गरीबों को मुफ्त में बांटने के लिए आई थीं, लेकिन उन्हें वितरित नहीं किया गया।

पिछले दिनों जिला अस्पताल परिसर में भी एक्सपायर दवाएं मिली थीं, जिन्हें कर्मचारियों ने खुद को फंसने से बचाने के लिए आग के हवाले कर दिया था। हालांकि, कुछ दवाएं पूरी तरह से नहीं जल पाई, जिससे कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई।

स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी,प्रशासनिक लापरवाही

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाओं का वितरण नहीं किया गया, और एक्सपायरी होने के बाद उन्हें नष्ट करने के बजाय खुले में छोड़ दिया गया। यह दर्शाता है कि विभाग की ओर से दवाओं के प्रबंधन में गंभीर लापरवाही बरती गई है।

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक स्तर पर भी इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। यदि समय रहते दवाओं का वितरण किया गया होता, तो वे एक्सपायर नहीं होतीं और जरूरतमंदों तक पहुंचतीं।

जांच और कार्रवाई की आवश्यकता

इस मामले में जांच की आवश्यकता है ताकि यह पता चल सके कि दवाओं का वितरण क्यों नहीं किया गया और उन्हें नष्ट क्यों नहीं किया गया। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

दवाओं के वितरण में देरी या अनदेखी से यह संभावना जताई जा रही है कि कहीं न कहीं भ्रष्टाचार हो सकता है। यह जांच का विषय है कि दवाओं का सही तरीके से प्रबंधन क्यों नहीं किया गया।

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संगीता एक सीनियर कंटेंट राइटर हैं। उन्हें 5 साल का अनुभव है। वह टेक्नोलॉजी, ब्लॉगिंग, ऑनलाइन पैसा कमाने और लेटेस्ट न्यूज़ खबरों पर लेख लिखने पसंद हैं।

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