लखीमपुर खीरी में एकमात्र पोस्टमॉर्टम हाउस में डॉक्टर और स्टाफ की अनुपस्थिति और गलतियों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने गंभीर कदम उठाए हैं। इस संबंध में उन्होंने औचक निरीक्षण किया और अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए
पोस्टमॉर्टम हाउस में डॉक्टर और स्टाफ की अनुपस्थिति
लखीमपुर के पुलिस लाइन स्थित एकमात्र पोस्टमॉर्टम हाउस में दो मृतकों का पोस्टमॉर्टम तीन दिन से लंबित था। पहला मामला बेडनापुर के पास हुए सड़क हादसे में मृत सरोज कुमार का था, जबकि दूसरा मामला सिसैया पुरवा निवासी विष्णु पाल का था, जिनकी मृत्यु जहरीले पदार्थ सेवन से हुई थी।
परिजनों ने प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पोस्टमॉर्टम हाउस में डॉक्टर और स्टाफ अनुपस्थित थे, जिससे शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका।
सीडीओ का औचक निरीक्षण
सीडीओ अभिषेक कुमार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमॉर्टम हाउस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि डॉक्टर और स्टाफ अनुपस्थित थे, जिससे पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। इस पर उन्होंने संबंधित कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
परिजनों की परेशानियां
पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया में देरी के कारण मृतकों के परिजन परेशान हैं। वे शवों के अंतिम संस्कार के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। परिजनों ने प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।यह घटना सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी और अनुशासन की आवश्यकता को उजागर करती है। सीडीओ के सख्त कदम से उम्मीद की जाती है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही नहीं होगी और नागरिकों को समय पर सेवाएं मिलेंगी।
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