उत्तर प्रदेश में खाद को लेकर मारा-मारी चल रही है। खाद मांग रहे किसानों पर पुलिस लाठियां बरसा रही है। ताजा मामला लखीमपुर जिले का है। जहां खाद के लिए प्रदर्शन कर रहे मां-बेटे पर पुलिस ने सरेआम लाठियां बरसाईं। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है।वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उस समय एक माँ-बेटा खाद की मांग कर रहा था, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभा को तितर-बितर किया। आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं सहित भीड़ पर दबाव बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इससे पुलिस की कार्रवाई की निंदा हो रही है।शर्म की बात तो ये है कि बुधवार को ही जिले में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दावा किया था कि जिले में खाद की कोई किल्लत नहीं है। पर उनका यह बयान आने के महज चार घंटे बाद ही खाद के लिए मारामारी और किसानों की पिटाई का यह मामला सामने आया।फिलहाल पुलिस ने लाठी चार्ज की घटना से इनकार करते हुए कहा है कि किसान जबरन प्रदर्शन कर रहे थे। इसलिए उन्हें बलपूर्वक हटाया गया। लाठीचार्ज जैसी कोई घटना हुई ही नहीं जब कि वीडियो में साफ नजर आ रहा हैं।
खाद नहीं, हाइवे जाम किसानों का प्रदर्शन और कृषि मंत्री का दावा फेल
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बुधवार को लखीमपुर जिले में पहुंचे हुए थे। जहा उन्होंने सुबह 10:30 बजे पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में प्रेसवार्ता करते हुए उन्होंने साफ और सटीक शब्दों में कहा था, कि जिले में खाद की कोई दिक्कत नहीं है। 10 लाख मीट्रिक टन यानी करीब 25 लाख बोरी यूरिया भेजी जा चुकी हैं।मंत्री के इस बयान के दौरान ही जिले के अधिकांश खाद विक्रय केंद्रों पर किसानों की लंबी कतारें लगी दिखाई दी।
बयान के केवल साढ़े 3 घंटे बाद ही दोपहर 2:00 बजे फरधान थाना अंतर्गत भदूरा सहकारी समिति पर समिति सचिव प्रदीप पटेल ने वितरण बंद कर दिया। कहा- मशीन खराब हो गई है, अब कल वितरण होगा।वितरण बंद होते ही किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि सुबह से लाइन में लगे हुए हैं, पर सिर्फ पहुंच और सिफारिश वाले लोगों को ही खाद बांटी जा रही है। किसानों का गुस्सा देखकर केंद्र प्रबंधक सेंटर पर ताला लगाकर फरार हो गया।
खाद की मांग को लेकर किसानो ने की सड़क जाम
इसके साथ ही जेसे ही केंद्र बंद किया गया वहा करीब 100 से अधिक किसानों और उनके परिजनों ने लखीमपुर-मोहम्मदी हाइवे को जाम कर दिया। सूचना मिलने पर फरधान थाना प्रभारी दयाशंकर समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचा। लोगों को सड़क से हटने को कहा। इनकार करने पर पुलिस ने मनवापुर गांव निवासी विजय को पकड़कर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं।
भाई राजकिशोर और मां राजकुमारी ने बीच बचाव का प्रयास किया तो पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और धमकाया।पुलिस कार्रवाई पर भड़के किसान पुलिस ने विजय को हिरासत में लेकर जीत में बैठा लिया। इस कार्रवाई पर किसान भड़क उठे और पुलिसकर्मी को घेर लिया। धक्का-मुक्की भी हुई। बाद में पुलिस ने समझा-बुझाकर परिजनों और ग्रामीणों को शांत कराया और जाम खुलवाया।