हर गाँव तालाब” अभियान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक ऐतिहासिक मिसाल बन गया है, जहां सिर्फ एक महीने में 1,030 तालाब बनाए गए। यह पहल ग्रामीण जल संरक्षण, रोजगार सृजन और पर्यावरणीय पुनर्स्थापन की दिशा में एक अद्वितीय प्रयास है।यह उपलब्धि लखीमपुर खीरी का “हर गांव तालाब” अभियान के तहत हासिल की गई और इसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है।
1,030 तालाब बनाये सिर्फ 1 महीने में रचा इतिहास
15 मई से 15 जून 2025 के बीच लखीमपुर खीरी जिले में 1,030 सामुदायिक तालाब बनाए गए, जिसे इण्डिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया यह पहल ज़िले के डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और सीडीओ अभिषेक कुमार के नेतृत्व में सफल रूप से लागू हुई।700 एकड़ से अधिक भूमि को जल सुरक्षा हेतु पुनर्स्थापित किया गया, इसके साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में औसतन 70‑80 तालाब का निर्माण किया गया है।
डीएम और सीडीओ को दिया प्रमाणपत्र
इसके साथ ही बुधवार को विकास भवन के विवेकानंद सभागार में भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के निर्णायक प्रमिल द्विवेदी ने इस उपलब्धि को मान्यता प्रदान की। और साथ ही उन्होंने डीएम और सीडीओ को प्रमाणपत्र और मेडल प्रदान कर जिले को जल सशक्तीकरण का चमकता सितारा बताया।
अभियान की कमान सीडीओ ने संभाली
इसके साथ ही इस अभियान की देख रेख सीडीओ अभिषेक कुमार के अंडर मे पूरी निष्ठा और नेतृत्व के साथ संभाली गई, और हमारी समर्पित टीम ने इसे मिशन मोड में बदल दिया। प्रत्येक ब्लॉक में करीब 70 से 80 तालाब खोदे गए और करीब 700 एकड़ भूमि को जल संरक्षण योग्य क्षेत्र में तब्दील कर दिया गया।
यह किसी क्रांति से कम नहीं।जल सुरक्षा आंदोलन,यह केवल सरकारी परियोजना न रहकर एक लोक‑चेतना आंदोलन में विकसित हो गया,क्षेत्र में जल मौजूदगी से खेतों की सिंचाई बेहतर हुई, पशुपालन में सुधार हुआ, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।
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