लखीमपुर खीरी जिले के वरिष्ठ और सम्मानित पत्रकार जनार्दन प्रसाद मिश्रा का निधन हो गया है। उन्होंने मोतीपुर में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उन्हें कुछ दिन पहले ही मोतीपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रविवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।जेपी मिश्रा सोशल मीडिया पर रीयल बुलेटिन ऐप चलाते थे। वे अपनी बेबाक बातचीत और निडर पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे। उनका पत्रकार साथियों के साथ मजबूत रिश्ता था और वे हमेशा उनका साथ देते थे।
क्षेत्र में शोक की लहर, पत्रकारिता जगत को भारी क्षति
जनार्दन प्रसाद मिश्रा के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। वे पत्रकारिता के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम थे और कई वर्षों से निर्भीक पत्रकारिता कर रहे थे। उनकी लेखनी जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने के लिए जानी जाती थी।
उनके निधन की खबर सुनते ही जिले के पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता और आम नागरिकों ने गहरा दुख प्रकट किया। कई संगठनों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें पत्रकारिता जगत की अमूल्य धरोहर बताया।
जनार्दन प्रसाद मिश्रा के पार्थिव शरीर को लाया गया उनके गांव
इसके साथ ही रविवार सुबह जनार्दन प्रसाद मिश्रा के पार्थिव शरीर को लखनियापुर गांव लाया गया। अंतिम संस्कार में सैकड़ों ग्रामीण, क्षेत्र के पत्रकार और गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी। उनके परिवार में पत्नी, दो छोटी बेटियां, वृद्ध मां और बड़ी बहन हैं।इसके साथ ही जनार्दन प्रसाद मिश्र राजनीति में भी सक्रिय थे।
उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा था। वे आगामी पंचायत चुनाव में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे।इसके साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और समाजवादी पार्टी से जुड़े होने के कारण धौरहरा लोकसभा क्षेत्र में उनकी अच्छी पहचान थी।
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