टेंगनहा गांव में तीन बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव के लोगों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब ओवरलोड गन्ना भरे ट्रक उनके गांव से नहीं गुजरेंगे। शुक्रवार को विधायक, पुलिस, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर और चीनी मिल के अधिकारी ग्रामीणों से बातचीत करने पहुंचे, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अडिग रहे।
क्या है पूरा मामला?
सोमवार शाम टेंगनहा गांव में एक ओवरलोड ट्रक ने सड़क किनारे खेल रहे तीन मासूम बच्चों को कुचल दिया। यह हादसा तब हुआ जब गन्ना भरा ट्रक पलट गया। इस दर्दनाक घटना के बाद से ग्रामीणों ने गांव से गन्ना भरे ट्रकों का निकलना बंद करने की मांग उठाई।
ग्रामीणों की मुख्य मांगें
- ओवरलोड ट्रकों पर रोक: ग्रामीण चाहते हैं कि उनके गांव से ओवरलोड गन्ना ट्रक पूरी तरह से बंद किए जाएं।
- गन्ना सेंटर का स्थानांतरण: देवीपुरवा गन्ना सेंटर को सिसैया मार्ग पर शिफ्ट करने की मांग की गई।
प्रशासन और नेताओं की कोशिशें
शुक्रवार को विधायक विनोद शंकर अवस्थी, प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार मिश्रा और अन्य अधिकारियों ने टेंगनहा गांव का दौरा किया। चीनी मिल और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की गई। हालांकि, ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे।
सभी ने दी सहमति
विधायक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ओवरलोड ट्रकों को गांव से नहीं गुजरने दिया जाएगा। इस पर सभी ने सहमति जताई। मौके पर प्रधान हुसैन खां, प्रधान सिसैया भग्गू खां, हाफिज निजामुद्दीन और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
निष्कर्ष
ग्रामीणों के विरोध से यह साफ हो गया है कि प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने होंगे। गन्ना भरे ट्रकों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ओवरलोडिंग पर कड़ाई से कार्रवाई की जरूरत है।