Business idea: नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे आज के इस नए आर्टिकल में तो दोस्तों महंगाई के इस नए दौर में जैसे-जैसे पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, वैसे वैसे लोगों का इंटरेस्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल की और बढ़ता जा रहा है, किफायती और लाभप्रद होने के चलते इसकी डिमांड गांव हो या शहर हर जगह काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है, साथ ही इससे प्रदूषण का भी कोई खतरा नहीं होता है, अभी के लिए आप ई-रिक्शा को ही ले लीजिए, देश के हर छोटे बड़े गली नुक्कड़ पर आपको ई रिक्शा की सवारी करते हुए लोग दिखाई देंगे, ऐसे में अगर आप इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बहुत ही अच्छा और लाभदाई बिजनेस साबित होने वाला है।
इसके साथ ही दोस्तों अगर आप यह सोच रहे हैं, कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस शुरू करने में काफी ज्यादा खर्च आएगा, और यह सबके बस की बात नहीं तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, क्योंकि इस बिजनेस को कोई भी आम आदमी बहुत ही आसानी से शुरू कर सकता है, और अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं, तो आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन कैसे शुरू करें इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है।
कितनी जगह चाहिए होगी
तो दोस्तों हम आपको बता दें कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छी सी जगह की आवश्यकता होगी, जो की विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, एक चार्जिंग स्टेशन में एक से अधिक चार्जिंग प्वाइंट हो सकते हैं, हर प्वाइंट को एक अलग स्थान की आवश्यकता होती है, उदाहरण के लिए, प्रत्येक चार्जिंग प्वाइंट के लिए कम से कम 2×3 मीटर की जगह चाहिए हो सकती है, जिसमें वाहन पार्क करने और चार्जिंग उपकरण के लिए जगह हो।
इसके अलावा, वाहनों को चार्जिंग प्वाइंट तक पहुँचाने के लिए पार्किंग क्षेत्र की भी आवश्यकता होती है, प्रत्येक चार्जिंग प्वाइंट के लिए कम से कम 2-3 पार्किंग स्लॉट्स की आवश्यकता होती है, चार्जिंग स्टेशन को इलेक्ट्रिकल और फायर सेफ्टी नियमों के तहत डिजाइन किया जाता है, इसमें आपातकालीन निकासी मार्ग, पानी की आपूर्ति और उचित वेंटिलेशन होना चाहिए, प्रत्येक स्थान पर सरकार द्वारा निर्धारित ज़मीन का आकार और अन्य नियम अलग हो सकते हैं, उदाहरण के लिए, अगर यह जगह सार्वजनिक स्थान पर है, तो कुछ क्षेत्रीय नियामक अनुमतियाँ और मानक हो सकते हैं।
कैसे करें शुरुआत
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोलने की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी योजना बनानी होगी, इसके लिए सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि आपके क्षेत्र में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का उपयोग कितना ज्यादा बढ़ रहा है, क्योंकि यह आपको अपने स्टेशन के लिए संभावित ग्राहकों का अनुमान लगाने में मदद करेगा, साथ ही आपको यह भी देखना है, कि आपके आसपास अन्य चार्जिंग स्टेशन हैं या नहीं और उनकी सेवाएं क्या हैं,चार्जिंग स्टेशन के लिए एक अच्छे स्थान का चुनाव करें, जैसे कि व्यस्त मार्ग, शॉपिंग मॉल, ऑफिस एरिया या आवासीय इलाके जहां EVs की संख्या अधिक हो सकती है।
साथ ही आपको इस बात का खास ध्यान रखना है कि आपके स्टेशन में पर्याप्त जगह हो, पावर सप्लाई उपलब्ध हो, और ग्राहकों के लिए पार्किंग की सुविधा हो,चार्जिंग स्टेशन की सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे और अन्य निगरानी उपकरण लगाएं, चार्जिंग पॉइंट्स का समय-समय पर रखरखाव करें ताकि किसी भी तकनीकी खराबी से बचा जा सके, सोशल मीडिया, डिजिटल प्लेटफार्म और होर्डिंग्स के माध्यम से अपने चार्जिंग स्टेशन का प्रचार करें।
कितना आएगा खर्च
इसके अलावा अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोलने में खर्च की बात करें तो उसके लिए हम आपको बता दें, कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोलने में खर्चा कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि स्थान, चार्जिंग स्टेशनों की संख्या, इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति, और उपयोग की जाने वाली तकनीकी सुविधाएं, साथ ही दोस्तों यदि आपके पास अपनी जगह है तो यह खर्च कम होगा, लेकिन किराए पर जगह लेने पर इसका खर्चा अधिक हो सकता है,प्रत्येक चार्जिंग प्वाइंट की कीमत ₹1 लाख से ₹5 लाख तक हो सकती है, इस पर चार्जर की क्षमता निर्भर करती है।इसके लिए पावर ट्रांसफॉर्मर, मीटरिंग उपकरण, और अन्य तकनीकी सेटअप की आवश्यकता होगी, जो ₹2 लाख से ₹5 लाख तक हो सकते हैं।
इसके साथ ही स्थानीय निकायों से लाइसेंस और परमिट प्राप्त करने लगभग ₹10,000 से ₹50,000 तक का खर्च हो सकता है, और इसके अलावा बिजली वितरण कंपनी से कनेक्शन लेने का शुल्क भी हो सकता है, ऐसे में अगर आप छोटे पैमाने पर अपना बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो उसमें आपका लगभग ₹5 लाख से ₹15 लाख बीच का खर्च हो सकती है, जबकि बड़े पैमाने पर बिजनेस स्टार्ट करने में आपको लगभग ₹20 लाख से ₹50 लाख तक का खर्च आ सकता है।
कितनी होगी कमाई ?
EV चार्जिंग स्टेशन खोलने में अगर कमाई की बात करें तो उसके लिए हम आपको बता दें कि EV चार्जिंग स्टेशन खोलने में आमतौर पर प्रति यूनिट (kWh) के हिसाब से शुल्क ₹10 से ₹25 प्रति kWh हो सकता है, साथ ही यह शुल्क स्थान और चार्जिंग स्टेशनों के प्रकार के अनुसार बदलता है, उदाहरण के लिए, अगर एक वाहन 30 kWh की बैटरी को 10 रुपये प्रति kWh के हिसाब से चार्ज करता है, तो उसकी चार्जिंग की लागत ₹300 होगी,
इसके अलावा एक चार्जिंग स्टेशन में कितने ग्राहक आते हैं, यह भी कमाई में बड़ा योगदान करता है, एक स्थान पर दिन में 10-50 वाहन चार्ज हो सकते हैं, और बड़े शहरों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है, अगर एक चार्जिंग स्टेशन प्रति दिन 10-30 गाड़ियों को चार्ज करता है, और प्रति गाड़ी ₹300 की औसत कमाई होती है, तो महीने की कमाई ₹90,000 से ₹9,00,000 तक हो सकती है, लेकिन इसमें बिजली की लागत, मेंटेनेंस, और अन्य खर्चे घटाने के बाद शुद्ध मुनाफा कम हो सकता है।