Gola Gokarannath – लखीमपुर रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के सामने जाम लगना अब आम बात हो गई है। ई-रिक्शा चालकों की मनमानी और प्रशासन की लापरवाही के चलते विद्यालय आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ई-रिक्शा चालक नहीं मानते नियम
विद्यालय के मुख्य गेट पर ई-रिक्शा चालकों का जमावड़ा लगा रहता है। प्रशासन द्वारा बार-बार मना करने के बावजूद ये चालक अपनी मनमानी करते हुए गेट के सामने ई-रिक्शा खड़ा कर देते हैं। इससे छात्रों को न केवल आने-जाने में परेशानी होती है बल्कि सड़क पर लंबा जाम भी लग जाता है।
छात्र-छात्राओं और अभिभावकों की बढ़ती समस्या
सुबह और दोपहर के समय जब विद्यालय में छुट्टी होती है, तब सड़क पर जाम की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। छात्रों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता है। विद्यालय प्रशासन ने कई बार इस समस्या की ओर ध्यान दिलाया है, लेकिन पुलिस प्रशासन का रवैया ढीला ही नजर आता है। 500 मीटर दूर स्थित नानक पुलिस चौकी के जवान भी इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं देते।
प्रशासन की उदासीनता
स्थानीय लोगों के अनुसार, पुलिस चौकी के सिपाही अक्सर ई-रिक्शा चालकों से सुविधा शुल्क वसूलते हैं और उन्हें बेखौफ होकर गेट के सामने गाड़ी लगाने की छूट दे देते हैं। यही वजह है कि ई-रिक्शा चालकों में प्रशासन का कोई डर नहीं है। पुलिस की यह लापरवाही ना सिर्फ लोगों की समस्याओं को बढ़ा रही है, बल्कि यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खतरनाक है।
छात्रों की सुरक्षा पर उठते सवाल
विद्यालय के सामने भारी जाम की वजह से छात्रों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। कई बार छात्रों को सड़क पार करने में दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। साथ ही जाम के कारण एम्बुलेंस और अन्य जरूरी वाहनों को भी घंटों तक फंसा रहना पड़ता है।
स्थानीय लोगों की मांग
इस समस्या से परेशान आमजन ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि:
- ई-रिक्शा चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- विद्यालय के सामने यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए।
- गेट के सामने किसी भी प्रकार के वाहनों के खड़े होने पर जुर्माना लगाया जाए।
समाधान के लिए प्रशासन को चाहिए जागरूकता
स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदारी दिखानी होगी। स्थानीय लोगों के अनुसार, यदि विद्यालय गेट के सामने से ई-रिक्शा और अन्य वाहनों को हटाया जाए और यातायात के लिए उचित नियम लागू किए जाएं, तो इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।