उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक होटल में शनिवार को आयोजित एक इन्वेस्टर मीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राज्य को देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बताया,साथ ही उन्होंने इस आयोजित इन्वेस्टर मीट मे निवेशकों को आमंत्रित किया। यह मीट पीएम मित्र योजना के तहत लखनऊ-हरदोई रोड पर बनने वाले 1,000 एकड़ क्षेत्रफल के मेगा टेक्सटाइल और अपैरल पार्क को लेकर आयोजित की गई थी। इस दौरान सरकार और लुधियाना की एक प्रमुख टेक्सटाइल कंपनी के बीच 500 करोड़ रुपये का समझौता (MOU) भी हुआ।
टेक्सटाइल पार्क में 15,000 करोड़ तक का निवेश संभावित
इसके साथ ही लखनऊ-हरदोई सीमा पर प्रस्तावित यह टेक्सटाइल पार्क 400 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस परियोजना में करीब 10,000 से 15,000 करोड़ रुपये तक का निवेश राज्य में आएगा, जिससे एक लाख प्रत्यक्ष और दो लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पार्क के लिए अब तक 83 एमओयू के माध्यम से 3,800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
इन्वेस्टर्स मीट से जताई उम्मीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इन्वेस्टर्स मीट यूपी को टेक्सटाइल हब बनाने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ने गुजरात के सूरत को टेक्सटाइल हब बनाया। अब इस विजन को देशभर में लागू करने के लिए सात पीएम मित्र पार्क स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से एक लखनऊ में है। यह देश का एकमात्र पीएम मित्र पार्क है,जो किसी राज्य की राजधानी में स्थापित हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मित्र पार्क के अलावा राज्य सरकार 10 नए टेक्सटाइल पार्क संत कबीर दास के नाम पर स्थापित करेगी। दो नए लेदर पार्क संत रविदास के नाम पर विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये पार्क पीएम मित्र पार्क के एक्सटेंशन सेंटर के रूप में काम करेंगे और टेक्सटाइल व लेदर उद्योग का विकास कर नई ऊंचाइयों तक ले जायेंगे।