थाना मितौली क्षेत्र के ग्राम सुंदरपुर के निवासी रमेश चंद्र (54) पुत्र रामस्वरूप की आग में झुलसने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना शुक्रवार शाम की है, जब रमेश अपने खेत में गन्ने की पत्तियां जला रहे थे।
रमेश को उनकी ससुराल की तरफ से नीमगांव थाना क्षेत्र के नेवलापुर में खेत मिला था। वह इस खेत की देखभाल करते थे। घटना के दिन रमेश खेत में गन्ने की सूखी पत्तियों को आग लगाकर साफ कर रहे थे। इस दौरान तेज हवा चलने लगी, जिससे आग पड़ोसी के खेत तक फैल गई।
आग पर काबू पाने की कोशिश में रमेश आग की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलस गए। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रमेश की मौके पर ही मौत हो गई।
इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मामले की जानकारी ली और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
सावधानी जरूरी:
यह घटना आग से जुड़ी सावधानियों की अनदेखी का नतीजा है। सूखी पत्तियां जलाते समय हवा के रुख और आग के फैलने की संभावना का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
इस घटना ने फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि खेतों में आग जलाने के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है। थोड़ी सी लापरवाही भी बड़े हादसे में बदल सकती है।